रविवार, जुलाई 11, 2010

वास्ता

मैं उड़ता हुआ एक ख्वाब हूँ
साहिल से मिलने को दरिया बेताब हूँ
आग है मुझमें, मुझमें है पानी
मैं खुदा की नेमत लाजवाब हूँ

थाम लो मुझको जो थाम सको तो
आंक लो मुझको जो आंक सको तो
आसमान का रास्ता मुझसे
रब का वास्ता मुझसे
मैं अरमानो का उमड़ता एक सैलाब हूँ
मैं उड़ता हुआ एक ख्वाब हूँ
मैं उड़ता हुआ एक ख्वाब हूँ ..

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