sEcReT mIsSiOn
Life means missing expected things n facing unexpected things!!!!
शुक्रवार, मार्च 10, 2017
मंगलवार, फ़रवरी 14, 2012
शुक्रवार, सितंबर 10, 2010
नवीनतम वर्तमान मामलों प्रश्न
चंडीगढ़ शहर निर्मल पुरस्कार के लिए पहली खड़ा था: चंडीगढ़ शहर खड़ा था संयुक्त एसी द्वारा पर्यावरणीय योजना और प्रौद्योगिकी (घूमने के अलावा) के लिए Nilson ओआरजी मार्ग विकास और अनुसंधान सेवाओं और केन्द्र अनुसंधान के क्षेत्र में किया निर्मल शहर Purskar के लिए पहले. मैसूर, Surath और नई दिल्ली नगर निगम चंडीगढ़ निम्नानुसार है. मंत्रालय ने शहरी विकास के लिए “शहर निर्मल पुरस्कार स्वच्छ शहरों के लिए” पुरस्कार देने का फैसला किया है.
विश्वनाथन आनंद को सफलतापूर्वक अपने मुकुट: भारतीय शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद को बनाए रखा सफलतापूर्वक विश्व शतरंज चैम्पियनशिप 2010 में बल्गेरियाई चुनौती Vesselin तोपालोव को हरा कर अपना ताज का बचाव किया. यह आनंद के लिए चौथी बार गया था. आनंद काले मोहरों से खेले और 56 वें चाल में जीत 6.5-5.5 अंक की एक समग्र स्कोर के साथ. भारतीय प्रथम पुरस्कार जो € 1,200,000 उसे अर्जित बल्गेरियाई, जबकि खुद को दूसरे स्थान और सांत्वना पुरस्कार राशि 800 000 euro.The मैच की राशि के साथ सामग्री सोफिया में जगह ले ली है जीता, 24 अप्रैल से 13 मई 2010 को बुल्गारिया
वंदना शिवा के लिए सिडनी शांति पुरस्कार: पदार्थ विज्ञानी और पर्यावरणविद् वंदना शिवा वर्ष 2010 के लिए किया गया सामाजिक न्याय में अपने काम करता है की मान्यता में प्रतिष्ठित सिडनी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया. सुश्री शिवा 3 नवंबर को सिडनी ओपेरा हाउस में सिडनी शांति पुरस्कार व्याख्यान के सिटी दे देंगे. वह पुरस्कार के साथ अगली शाम प्रस्तुत करेंगे. वह भूमंडलीकरण और तीसरी दुनिया के नेटवर्क पर अंतरराष्ट्रीय फोरम में नेताओं में से एक है. वह पहले ग्लोबल 500 संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और राइट लाइवलीहुड पुरस्कार पुरस्कार प्राप्त हुआ है, यह भी वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार ‘के रूप में जाना जाता है.’ वह Navdanya, एक पर्यावरण गैर सरकारी संगठन है कि जैविक खेती को बढ़ावा देता है के संस्थापक है.
कॉमनवेल्थ राइटर्स 2010 पुरस्कार: 1987 में स्थापित, कॉमनवेल्थ राइटर्स पुरस्कार आयोजन किया है और राष्ट्रमंडल फाउंडेशन, एक अंतरराष्ट्रीय राष्ट्र और मैक्वेरी ग्रुप फाउंडेशन के राष्ट्रमंडल के 53 देशों में काम कर रहे संगठन द्वारा वित्त पोषित. यह पहली बार है कि भारत द्वारा पुरस्कार समारोह की मेजबानी की है के लिए है. : विजेता सर्वश्रेष्ठ पुस्तक: राणा (दासगुप्ता भारत / यूके) के लिए अपने काम “सोलो”. सर्वश्रेष्ठ पहली पुस्तक: ऑस्ट्रेलिया का “Siddon” रॉक के लिए Glenda अतिथि.
जनरल विजय कुमार सिंह भारतीय सेना की नई मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त: 31 मार्च 2010 पर, जनरल विजय कुमार सिंह, पीवीएसएम (परम Visistha सेवा मेडल), एवीएसएम (अति विशिष्ट सेवा पदक), YSM (युद्ध सेवा पदक), एडीसी (सहयोगी -de बगावत विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव के साथ) शिविर, भारत की सेना के प्रमुख के रूप में 26 से अधिक लेता है.
राष्ट्रीय ज्ञान आयोग श्याम पित्रोदा की अध्यक्षता में: राष्ट्रीय ज्ञान आयोग की एक उच्चस्तरीय सलाहकार श्याम पित्रोदा ने भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक ज्ञान समाज में भारत को बदलने के उद्देश्य के साथ शरीर, है. राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के 27 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित 300 सिफारिशों के आसपास अपने तीन और एक आधे साल के कार्यकाल के दौरान प्रस्तुत कर दी है.
32.7% भारतीयों गरीब सुरेश तेंडुलकर समिति विधि के अनुसार: तेंदुलकर समिति द्वारा आगे रखा गरीबी का आकलन करने का नया तरीका है और योजना आयोग द्वारा अपनाई गई है, भारत में जनसंख्या का 32.7 प्रतिशत पर गरीबों की संख्या डालता है. इस वर्ष 2000 में 27.5 प्रतिशत के साथ तुलना में दर्ज की गई है. गरीबी के आकलन के पहले विधि कि क्या एक वर्ग भोजन न्यूनतम पोषण की जरूरत के साथ एक दिन परिवारों द्वारा afforded किया जा सकता है पर आधारित थी.
चंडीगढ़ शहर निर्मल पुरस्कार के लिए पहली खड़ा था: चंडीगढ़ शहर खड़ा था संयुक्त एसी द्वारा पर्यावरणीय योजना और प्रौद्योगिकी (घूमने के अलावा) के लिए Nilson ओआरजी मार्ग विकास और अनुसंधान सेवाओं और केन्द्र अनुसंधान के क्षेत्र में किया निर्मल शहर Purskar के लिए पहले. मैसूर, Surath और नई दिल्ली नगर निगम चंडीगढ़ निम्नानुसार है. मंत्रालय ने शहरी विकास के लिए “शहर निर्मल पुरस्कार स्वच्छ शहरों के लिए” पुरस्कार देने का फैसला किया है.
विश्वनाथन आनंद को सफलतापूर्वक अपने मुकुट: भारतीय शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद को बनाए रखा सफलतापूर्वक विश्व शतरंज चैम्पियनशिप 2010 में बल्गेरियाई चुनौती Vesselin तोपालोव को हरा कर अपना ताज का बचाव किया. यह आनंद के लिए चौथी बार गया था. आनंद काले मोहरों से खेले और 56 वें चाल में जीत 6.5-5.5 अंक की एक समग्र स्कोर के साथ. भारतीय प्रथम पुरस्कार जो € 1,200,000 उसे अर्जित बल्गेरियाई, जबकि खुद को दूसरे स्थान और सांत्वना पुरस्कार राशि 800 000 euro.The मैच की राशि के साथ सामग्री सोफिया में जगह ले ली है जीता, 24 अप्रैल से 13 मई 2010 को बुल्गारिया
वंदना शिवा के लिए सिडनी शांति पुरस्कार: पदार्थ विज्ञानी और पर्यावरणविद् वंदना शिवा वर्ष 2010 के लिए किया गया सामाजिक न्याय में अपने काम करता है की मान्यता में प्रतिष्ठित सिडनी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया. सुश्री शिवा 3 नवंबर को सिडनी ओपेरा हाउस में सिडनी शांति पुरस्कार व्याख्यान के सिटी दे देंगे. वह पुरस्कार के साथ अगली शाम प्रस्तुत करेंगे. वह भूमंडलीकरण और तीसरी दुनिया के नेटवर्क पर अंतरराष्ट्रीय फोरम में नेताओं में से एक है. वह पहले ग्लोबल 500 संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और राइट लाइवलीहुड पुरस्कार पुरस्कार प्राप्त हुआ है, यह भी वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार ‘के रूप में जाना जाता है.’ वह Navdanya, एक पर्यावरण गैर सरकारी संगठन है कि जैविक खेती को बढ़ावा देता है के संस्थापक है.
कॉमनवेल्थ राइटर्स 2010 पुरस्कार: 1987 में स्थापित, कॉमनवेल्थ राइटर्स पुरस्कार आयोजन किया है और राष्ट्रमंडल फाउंडेशन, एक अंतरराष्ट्रीय राष्ट्र और मैक्वेरी ग्रुप फाउंडेशन के राष्ट्रमंडल के 53 देशों में काम कर रहे संगठन द्वारा वित्त पोषित. यह पहली बार है कि भारत द्वारा पुरस्कार समारोह की मेजबानी की है के लिए है. : विजेता सर्वश्रेष्ठ पुस्तक: राणा (दासगुप्ता भारत / यूके) के लिए अपने काम “सोलो”. सर्वश्रेष्ठ पहली पुस्तक: ऑस्ट्रेलिया का “Siddon” रॉक के लिए Glenda अतिथि.
जनरल विजय कुमार सिंह भारतीय सेना की नई मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त: 31 मार्च 2010 पर, जनरल विजय कुमार सिंह, पीवीएसएम (परम Visistha सेवा मेडल), एवीएसएम (अति विशिष्ट सेवा पदक), YSM (युद्ध सेवा पदक), एडीसी (सहयोगी -de बगावत विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव के साथ) शिविर, भारत की सेना के प्रमुख के रूप में 26 से अधिक लेता है.
राष्ट्रीय ज्ञान आयोग श्याम पित्रोदा की अध्यक्षता में: राष्ट्रीय ज्ञान आयोग की एक उच्चस्तरीय सलाहकार श्याम पित्रोदा ने भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक ज्ञान समाज में भारत को बदलने के उद्देश्य के साथ शरीर, है. राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के 27 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित 300 सिफारिशों के आसपास अपने तीन और एक आधे साल के कार्यकाल के दौरान प्रस्तुत कर दी है.
32.7% भारतीयों गरीब सुरेश तेंडुलकर समिति विधि के अनुसार: तेंदुलकर समिति द्वारा आगे रखा गरीबी का आकलन करने का नया तरीका है और योजना आयोग द्वारा अपनाई गई है, भारत में जनसंख्या का 32.7 प्रतिशत पर गरीबों की संख्या डालता है. इस वर्ष 2000 में 27.5 प्रतिशत के साथ तुलना में दर्ज की गई है. गरीबी के आकलन के पहले विधि कि क्या एक वर्ग भोजन न्यूनतम पोषण की जरूरत के साथ एक दिन परिवारों द्वारा afforded किया जा सकता है पर आधारित थी.
बुधवार, सितंबर 08, 2010
बाबा रामदेव ने ठुकरा
टीवी के लोकप्रिय रिएलिटी शो 'बिग बॉस-3' में हिस्सा लेने का प्रस्ताव योग ग
ुरु बाबा रामदेव ने ठुकरा दिया है। वह इस शो में शामिल नहीं लेंगे। शो के निर्माताओं ने 'बिग बॉस' के घर का सदस्य बनने के लिए बाबा रामदेव से संपर्क साधा था।
बाबा ने कहा, 'यह सच है कि मुझे बिग बॉस में हिस्सा लेने का ऑफर दिया गया था मगर मेरे पास इस तरह के शो करने के लिए बिल्कुल समय नहीं है। टीवी पर मेरा काम सिर्फ योग के प्रचार और प्रसार का है, न कि इस तरह के शो में शामिल होने का।'
बिग बॉस के इस तीसरे एडिशन को बिग बी यानी अमिताभ बच्चन होस्ट करेंगे। इससे पहले, इस शो के दो सीजन आ चुके हैं, जिनमें क्रमश: फिल्म ऐक्टर राहुल रॉय और आशुतोष विजेता रहे। यह शो विदेशी रिऐलिटी शो 'बिग ब्रदर' का भारतीय संस्करण है।
इसके फॉर्मेट के अनुसार बिग बॉस के घर में कुछ लोगों को एक साथ रखा जाता है और हर वक्त उन पर कैमरे की नजर रहती है। एक निश्चित समय के लिए वे इस घर से बाहर नहीं जा सकते और उन्हें बिग बॉस के घर के सभी कायदे कानून मानने पड़ते हैं।
टीवी के लोकप्रिय रिएलिटी शो 'बिग बॉस-3' में हिस्सा लेने का प्रस्ताव योग ग
ुरु बाबा रामदेव ने ठुकरा दिया है। वह इस शो में शामिल नहीं लेंगे। शो के निर्माताओं ने 'बिग बॉस' के घर का सदस्य बनने के लिए बाबा रामदेव से संपर्क साधा था।
बाबा ने कहा, 'यह सच है कि मुझे बिग बॉस में हिस्सा लेने का ऑफर दिया गया था मगर मेरे पास इस तरह के शो करने के लिए बिल्कुल समय नहीं है। टीवी पर मेरा काम सिर्फ योग के प्रचार और प्रसार का है, न कि इस तरह के शो में शामिल होने का।'
बिग बॉस के इस तीसरे एडिशन को बिग बी यानी अमिताभ बच्चन होस्ट करेंगे। इससे पहले, इस शो के दो सीजन आ चुके हैं, जिनमें क्रमश: फिल्म ऐक्टर राहुल रॉय और आशुतोष विजेता रहे। यह शो विदेशी रिऐलिटी शो 'बिग ब्रदर' का भारतीय संस्करण है।
इसके फॉर्मेट के अनुसार बिग बॉस के घर में कुछ लोगों को एक साथ रखा जाता है और हर वक्त उन पर कैमरे की नजर रहती है। एक निश्चित समय के लिए वे इस घर से बाहर नहीं जा सकते और उन्हें बिग बॉस के घर के सभी कायदे कानून मानने पड़ते हैं।
गुरुवार, अगस्त 26, 2010
ज्योतिष संवारे व्यक्तित्व
ज्योतिष का नाम आते ही जन्मपत्री के 12 भावों में बैठे ग्रह, ज्योतिष की गूढ़ भाषा या हस्तरेखाओं का जाल और उनमें फैली जटिलता ही सामने आती है। और उनसे जुडी होती हैं कुछ भविष्यवाणियाँ ...जन्म से लेकर नौकरी,शादी ,प्रमोशन, मोक्ष तक सब कुछ... इन रेखाओं में निहित ग्रहों की स्थिति के अनुसार फलादेश तो किया ही जाता है मगर इनके पीछे छिपे संकेतों को हम शायद ही समझाने का प्रयास करते हैं।हमारे हाथ या कुण्डली में किसी ग्रह की कमजोरी या मजबूती का सीधा सा अर्थ हमारे व्यक्तित्व की मजबूती या कमजोरी से होता है। जब कुण्डली या हाथ में कोई ग्रह कमजोर होता है यानी सही स्थान में नहीं होता है तो उस ग्रह से सम्बंधित बुराइयां या कमजोरियां हमारे शरीर में, स्वभाव में घर करती जायेंगी और इन्हीं के चलते हमें भाग्य की खराबी या भाग्य में अवरोधों का सामना करना पडेगा। उदाहरण के लिए यदि चन्द्रमा की स्थिति कमजोर है तो व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर होगा। निर्णय क्षमता प्रभावित होगी,स्मरण शक्ति कम होती जाएगी... इन सबके चलते व्यक्ति के भाग्य में अवरोध आना तय सा ही है। तात्पर्य यह है कि भाग्य की कमजोरी का मुख्य कारण हमारे व्यक्तित्व में उस ग्रह विशेष के कारण आई हुई नकारात्मकता ही होती है।अत: ग्रह को सुधारने के लिए हमें ग्रह के कारण हमारे स्वभाव में आ रही कमियों को भी सुधारने का प्रयास करना चाहिए।जब भी कुण्डली या हाथ का अवलोकन कराया जाए या स्वयं देखा जाए तो मुख्य ग्रह और कमजोर ग्रहों की जानकारी लेना चाहिए और उसके अनुसार अपने स्वभाव की, व्यक्तित्व की कमियों को सुधारने का उपाय करना चाहिए। स्व निरीक्षण करना, ध्यान करना और गुरू की सलाह लेना व्यक्तित्व सुधार का अच्छा उपाय हो सकता है ।
ज्योतिष का नाम आते ही जन्मपत्री के 12 भावों में बैठे ग्रह, ज्योतिष की गूढ़ भाषा या हस्तरेखाओं का जाल और उनमें फैली जटिलता ही सामने आती है। और उनसे जुडी होती हैं कुछ भविष्यवाणियाँ ...जन्म से लेकर नौकरी,शादी ,प्रमोशन, मोक्ष तक सब कुछ... इन रेखाओं में निहित ग्रहों की स्थिति के अनुसार फलादेश तो किया ही जाता है मगर इनके पीछे छिपे संकेतों को हम शायद ही समझाने का प्रयास करते हैं।हमारे हाथ या कुण्डली में किसी ग्रह की कमजोरी या मजबूती का सीधा सा अर्थ हमारे व्यक्तित्व की मजबूती या कमजोरी से होता है। जब कुण्डली या हाथ में कोई ग्रह कमजोर होता है यानी सही स्थान में नहीं होता है तो उस ग्रह से सम्बंधित बुराइयां या कमजोरियां हमारे शरीर में, स्वभाव में घर करती जायेंगी और इन्हीं के चलते हमें भाग्य की खराबी या भाग्य में अवरोधों का सामना करना पडेगा। उदाहरण के लिए यदि चन्द्रमा की स्थिति कमजोर है तो व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर होगा। निर्णय क्षमता प्रभावित होगी,स्मरण शक्ति कम होती जाएगी... इन सबके चलते व्यक्ति के भाग्य में अवरोध आना तय सा ही है। तात्पर्य यह है कि भाग्य की कमजोरी का मुख्य कारण हमारे व्यक्तित्व में उस ग्रह विशेष के कारण आई हुई नकारात्मकता ही होती है।अत: ग्रह को सुधारने के लिए हमें ग्रह के कारण हमारे स्वभाव में आ रही कमियों को भी सुधारने का प्रयास करना चाहिए।जब भी कुण्डली या हाथ का अवलोकन कराया जाए या स्वयं देखा जाए तो मुख्य ग्रह और कमजोर ग्रहों की जानकारी लेना चाहिए और उसके अनुसार अपने स्वभाव की, व्यक्तित्व की कमियों को सुधारने का उपाय करना चाहिए। स्व निरीक्षण करना, ध्यान करना और गुरू की सलाह लेना व्यक्तित्व सुधार का अच्छा उपाय हो सकता है ।
शुक्रवार, अगस्त 13, 2010
Aye..mere watan ke logo..
zara ankh mein bhar lo paani..
jo shaeed hunye hain unke..
zara yaad karo kurbani..
We are in the 60th year of our Republic Day..have we ever thought what we have gained and what we have lost in the past 60 years..where..India has shinned and where it lagged behind..what is the reason for all..
As we heard the India-Poised campaign of Amitabh Bachchan that. We have two India one who follows and one who leads. But Slowly the other pessimistic. Sarcastic India is joining the youthful, spirited India..
And the seeds of this thought process had been sown long before. When we were fighting for our Indepedence..Leaders like. Mahatma Gandhi, Jawaharlal Lal Nehru, Lal Bahadur Shastri ,Subhash chandra Bose and many other gave us slogans.. That could boil the blood of the oldest and youngest. the words which used to give us a courage to fight for our Rights. Our Independence. our Integrity. are still very significant in today's era.
As for me one Slogan always inspired me. and it still holds the importance by Bal Ganga Dhar Tilak.. "Freedom is my Birth Right". as in today there are many countries fighting for this and are still being deprived of this very birth right and many others Slogans like..Tum mujhe Khoon do Main tumhe Azaadi dunga…or just Two words which helped to uproot Britshers from our Homeland by Father of our Nation Mahatma Gandhi." QUIT INDIA in 1942
So share your "Favorite Slogans" or "Quote of your Favorite Leaders" and tell us why it is so special cause in today's Fast paced computerized Life we forgot about those slogans which directly or indirectly influenced our past. Influencing our today ..and will be influencing our FUTURE..
chodo kal ke batein.
kal ke baat purani
naye daur mein likhenge
mil kar nayee kahanni
hum hindustaani..hum hindustaani..
Jai Hind
I-F Crazy Creatives
I-F Development Team
zara ankh mein bhar lo paani..
jo shaeed hunye hain unke..
zara yaad karo kurbani..
We are in the 60th year of our Republic Day..have we ever thought what we have gained and what we have lost in the past 60 years..where..India has shinned and where it lagged behind..what is the reason for all..
As we heard the India-Poised campaign of Amitabh Bachchan that. We have two India one who follows and one who leads. But Slowly the other pessimistic. Sarcastic India is joining the youthful, spirited India..
And the seeds of this thought process had been sown long before. When we were fighting for our Indepedence..Leaders like. Mahatma Gandhi, Jawaharlal Lal Nehru, Lal Bahadur Shastri ,Subhash chandra Bose and many other gave us slogans.. That could boil the blood of the oldest and youngest. the words which used to give us a courage to fight for our Rights. Our Independence. our Integrity. are still very significant in today's era.
As for me one Slogan always inspired me. and it still holds the importance by Bal Ganga Dhar Tilak.. "Freedom is my Birth Right". as in today there are many countries fighting for this and are still being deprived of this very birth right and many others Slogans like..Tum mujhe Khoon do Main tumhe Azaadi dunga…or just Two words which helped to uproot Britshers from our Homeland by Father of our Nation Mahatma Gandhi." QUIT INDIA in 1942
So share your "Favorite Slogans" or "Quote of your Favorite Leaders" and tell us why it is so special cause in today's Fast paced computerized Life we forgot about those slogans which directly or indirectly influenced our past. Influencing our today ..and will be influencing our FUTURE..
chodo kal ke batein.
kal ke baat purani
naye daur mein likhenge
mil kar nayee kahanni
hum hindustaani..hum hindustaani..
Jai Hind
I-F Crazy Creatives
I-F Development Team
सोमवार, जुलाई 19, 2010
सावन आया सावन आया
सावन आया सावन आया |
संग में पानी, कीचड लाया |
गलियों में उफनाते सीवर |
लोटते उस पर लांखो सूअर |
पानी में डोलते कीढे-मकोड़े |
और हम खाते प्याज-पकौड़े |
नभ में छाया सतरंगी इन्द्रधनुष |
तैरते कीचड में साधारण मनुष्य|
विधाता तेरी यह अधभुद लीला |
कर देती कपड़ो को गीला |
छत से टपकता पानी तप-तप |
बाल्टी लेकर दौढे हम छ्टपट |
छत से गिरता छूना व् प्लास्टर |
ये है हमरी जिन्दगी का डिजास्टर |
अंत में हम सबने ये गया गाना |
सावन आया सावन आया |
संग में पानी, कीचड लाया |
गलियों में उफनाते सीवर |
लोटते उस पर लांखो सूअर |
पानी में डोलते कीढे-मकोड़े |
और हम खाते प्याज-पकौड़े |
नभ में छाया सतरंगी इन्द्रधनुष |
तैरते कीचड में साधारण मनुष्य|
विधाता तेरी यह अधभुद लीला |
कर देती कपड़ो को गीला |
छत से टपकता पानी तप-तप |
बाल्टी लेकर दौढे हम छ्टपट |
छत से गिरता छूना व् प्लास्टर |
ये है हमरी जिन्दगी का डिजास्टर |
अंत में हम सबने ये गया गाना |
माँ क्या है?
माँ एक खुशबु है जिससे सारा जहाँ महकता है |
माँ एक दुआ हा जो सिर पर चादर की तरह रहता है |
माँ एक आईना है जिसमे प्यार का अक्स दिखाई देता है |
माँ कुदरत का अनमोल-तोहफा है जो मालामाल करता है |
माँ की ममता बेशकीमती है जिसे कोई चुरा नही सकता है |
माँ सिर्फ माँ है, जिसे सारा जहाँ सिर छुका कर नमन करता है |
प्रतिभा सिंह चौहान ...................................
माँ एक खुशबु है जिससे सारा जहाँ महकता है |
माँ एक दुआ हा जो सिर पर चादर की तरह रहता है |
माँ एक आईना है जिसमे प्यार का अक्स दिखाई देता है |
माँ कुदरत का अनमोल-तोहफा है जो मालामाल करता है |
माँ की ममता बेशकीमती है जिसे कोई चुरा नही सकता है |
माँ सिर्फ माँ है, जिसे सारा जहाँ सिर छुका कर नमन करता है |
प्रतिभा सिंह चौहान ...................................
समंदर
लहर ने समन्दर से उसकी उम्र पूछी, तो समन्दर को हंसी आ गयी|
मगर जब समन्दर ने बूंद की उम्र पूछी तो समन्दर में समाकर बूंद उसकी उम्र बढ़ा गयी|
बूंद ने दिया जवाब इसेअ उसके प्रशन का,
की समन्दर को खुद पे शर्म आ गयी|
सोचते है लोग की कोई असितत्व नही है बूंद का,
पर एक-एक बूंद ही तो समन्दर की सीमा बना गयी|
प्रतिभा सिंह चौहान..................... .
लहर ने समन्दर से उसकी उम्र पूछी, तो समन्दर को हंसी आ गयी|
मगर जब समन्दर ने बूंद की उम्र पूछी तो समन्दर में समाकर बूंद उसकी उम्र बढ़ा गयी|
बूंद ने दिया जवाब इसेअ उसके प्रशन का,
की समन्दर को खुद पे शर्म आ गयी|
सोचते है लोग की कोई असितत्व नही है बूंद का,
पर एक-एक बूंद ही तो समन्दर की सीमा बना गयी|
प्रतिभा सिंह चौहान..................... .
सदस्यता लें
संदेश (Atom)